ना आज़ादी, ना गुलामी मेरी हुई। ना मेरे अल्फाजो की सुनामी मेरी हुई। मेरी आँखों ने भी मुस्कुराना चाहा, पर ना मेरे आँसुओ की गर्दिश मेरी हुई। ©Kunal Gir आँसु #आँखों #आँसू #गर्दिश #Drops