लफ़्ज़ों में हैं तल्खियां और फिर रो रहे हो, रातें क्या कम थी जो उजालों में पी रहे हो। इंतजार है इश्क ए वफ़ा जुस्तजू आज भी, लगता है 'बादल' तुम भी ख़्वाबों में जी रहे हो #lafaj #talkhiyan #ratain #ujale #drink #intjar #wafa #ishq #jushtju #badal