अधूरा प्रेम जलते दीये को बुझाना क्या आँग लगाकर किसी को जलाना क्या तूँ था तो सब था तेरे बाद किसी से दिल लगाना क्या भुलाकर तुझे यूँही छोड़ दे बता फ़िर इश्क़ में नज़राना क्या अधूरा है तो अधूरा सही ज़िद में प्रेम निभाना क्या बात-बात में याद आते हो हाँ ज़ालिम हो पर दिखाना क्या #अधूराप्रेम#nojoto#nojotonews#mirzya_galib#dard#shayari#poetry#quotes#ghazal#dard#dwa#ishq