"सबका साथ जरूरी है" गुल कह बैठा गुलशन से, मेरे वजूद से तेरा वजूद है। मैं जब तक तेरे पहलू में हूँ, तब तक तू भी मौजूद है। आसरे से मेरे तुझमें जान है,