माँ -बाप से पूछा गया एक सवाल , क्या हैं सपने आपके , उम्र के इस पड़ाव पर , क्या हैं चाहत आपके , माँ -बाप बोले ,बस एक ही बात , कर पायें हम पूरी अपने बच्चो की माँगे , बस इतनी -सी ही तो हैं हमारे ख्वाब , लाचार महसूस करते हैं हम ,जब बच्चे बोलते हैं , किया ही क्या हैं ,आप ने मेरे लिए , मुझे तो ये चाहिए ,वो चाहिए , कुछ भी तो नहीं हैं ,आपके पास देने के लिए , वहाँ हम सोचते हैं , काश खुद को इतना काबिल बना पाते , तब शायद अपने बच्चों के सपने ,झट से पूरा कर पाते , सब कुछ तो बर्दाश्त कर सकते हैं हम , पर एक लाचार माँ-बाप बनना गँवारा नहीं , जिन्दगी ही न दे पायें ,अपने बच्चों को अच्छी , इससे बडा़ गम हमारे लिए ,और कोई दूसरा नहीं | when we say something to our parents...pls care they can be hurt...