क्या शिकवा करे गैरों से, हमे दर्द तो अपनों ने दिया । बर्बाद हमे इश्क़ ने नहीं हमारी उम्मीदों और सपनों ने किया।। रात को शराब मे डूबों दिया हमने दिन को सिगरेट का धुआँ किया। इश्क़ मे अश्कों को चख कर हमने फिर खुद को दुनिया से जुदा किया।। इश्क़ मे जब तुम निकली न दिल से नफरत से ही दिल को हमने जला दिया। जब तुम्हें भूलकर भी भूल न सके तो मोहतरमा हमने खुद को ही भुला दिया।। #NojotoQuote #भुला_दिया