इतिहास गवाह है न पढ़ने की फ़िक्र थी न ज्यादा सोने का गम न life में कोई dream था न कोई जिम्मेदारी.. आज भी तरश्ता है ये दिल अपने उस प्यारे बचपन की लिए.. ©Vishesh Shakya #lovelychildhood