हैं कोई आकर आज़ाद कर दे हमे भी आसमां में उड़ने दे कोई इन सलाखों को तोड़ दे हम अपने मन के कैदी है कोई बताए रस्ता चलने का दिखाए रस्ता बढ़ने का ना कुछ सोचे उस रस्ते पर चल दे हम अपने मन के कैदी है कोई आकर आज़ाद कर दे हर व्यक्ति अपने मन का क़ैदी है। #मनकेक़ैदी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #terasukhi #terasukhiquotes #sukhi56walaquotes