पता नहीं मैं खोज में हूँ, किसकी! पता नहीं, बेमतलब लगती है सब बातें, निरर्थक चलती है ये सांसें, अनसुलझे सवाल सुलगते हैं, बेमानी रिश्ते सब लगते हैं, गहन विचार में करता हूँ, क्या! पता नहीं, निष्काम होते हैं जो, लालसा कहाँ दफ़नाते हैं, विचलित मन जब होता है, शांति कैसे धर पाते हैं, सवाल हज़ार में करता हूँ, क्यों! पता नहीं, मैं खोज में हूँ, किसकी! पता नहीं .. #पतानहीं #yqdidihindi #खोजमेंहूँ #vineetvicky #maydiaries #encoreekkhwab #meaningoflife