एक दिन कई चेहरों से चेहरे उतार फेकेंगे .... तुम देख लेना हम ये पहरे उतार फेकेंगे ...! जो सुकूँ अरसों पहले खो गया, ढूंढ लाएंगे ...! बंदिशों के वजूद से निकल , इक शाम हम भी बेहिसाब मुस्कुराएंगे ...!! पलकों के बोझ को उतार फेकेंगे.... तुम देख लेना हम ये बीच की सरहदें उतार फेकेंगे ...! इस फिजां में फैले इक इक जहर का तोड़ लाएंगे ... तुम देख लेना इक शाम आसमां तक हम इश्क़ बन महक जाएंगे ...!! इक दिन कई नज़रों से हम नज़रें उतार फेकेंगे , कलेजा चिर देते ये मज़हबी ककहरे उतार फेकेंगे ...! ज़िंदगी तुम्हारी झोली से ज़रा सी फ़ुरसत उधार लाएंगे ... तुम्हें कैसे जीते हैं इक शाम हम भी जी कर बताएंगे ...!!-Anjali Rai (शेरनी ❤️) ........❤️......✍️ एक दिन कई चेहरों से चेहरे उतार फेकेंगे .... तुम देख लेना हम ये पहरे उतार फेकेंगे ...! जो सुकूँ अरसों पहले खो गया, ढूंढ लाएंगे ...! बंदिशों के वजूद से निकल , इक शाम हम भी बेहिसाब मुस्कुराएंगे ...!!