इन तूफ़ानों को नहीं पता कि हम में क्या जुनू है। इनसे कह दो की इनकी ओकत नहीं हैं हमरा रास्ता रोकने की।। पर ना जाने फिर भी खड़े है ये हमें रोकने के लिए। पर थोड़ा पिये हैं हम इसलिए तो इनकी हिम्मत बढ़ी है हमरे समने खड़े होने की।।