कल पनवाड़ी की दूकान पर चौबे जी ने इंस्टाग्राम को ले कर नए सवाल खड़े कर दिए । उनका कहना था के एक ज़माने में फोटो खींचने और डेवेलप करने में एक कला थी । एक परफेक्ट शॉट जुगाड़ना exercise in totality से अब exercise in futility हो चला है । पहले गर्दन, कंधे, घुटने, पैर सबकी exercise होती थी आज बस अंगूठे की हो कर रह जाती है । इसी के साथ उन्होंने राजू के अंगूठे का नाम ही futility रख दिया । राजू भी चार गाली दे वही अंगूठा दिखा कर निकल लिया गर्लफ्रेंड के साथ सेल्फी लेने । P.S. थोड़ा माइंड कीजियेगा चौबे जी कभी कभी बड़ी सुपारी खा के भावनाओ में बह जाते हैं फिर हाई स्कूल वाले essay के चंद शब्द दोहरा देते हैं । कल ही अपना iPhone दिखा कर इतरा रहे थे । Excerpts from a new experimental series I'm trying "हम तो बस कह रहे थे" Click on #HTBKRT or #AdventuresOfChoube for more episodes This is #Ep1 #CalmKaziWrites #HindiSeries #YQDidi #YQBaba #ShortStory