आलू से सोना बने, धड़ धड़ चले मशीन। कमलनाथ लोटा लिए, बाबा भरें नवीन।। बाबा भरें नवीन, लाइन में प्यासी जनता। दो बूंद ज़िंदगी की, चचा पियो हर घण्टा।। सजा राग दरबार, शुतुरमुर्ग मटक रहे हैं। भर भर लोटा चिरकुट जल, गटक रहे हैं।। #NojotoQuote 'चरणदास' श्रृंखला की अगली पेशकश😂