जिस से अब तक नहीं मिले बस उन्मुख हुआ। पाठशाला का देवता प्रतीकात्मक अवस्था में महाविद्यालय तक संग रहा अजानबाहु का कृत सनातन का प्रसाद बन धर्म पूर्वजों के अवतरण से मीठास घोला हम उन्मुख हुए जिस से अब तक नहीं मिले। Dedicating a #testimonial to Anjali Jain आज एक अंतराल पश्चात आपको पढ़ा।आपका स्नेहिल स्वभाव और प्रायोगिक कलम की प्रेरणा में बापू का स्मरण करते हुए, यह रचना आपको समर्पित है SIS💟 #anjalijain #inspiration #yqdidi #yqbaba #poetry #विप्रणु