हरबार किस्सा कुछ अलग सा होता है, सोचते कुछ है और अंजाम कुछ और ही होता है। ये जो बारिश है, आती तो तन को भिगाने, पर हर बार मन को भिगाके चली जाती है। #बरसात #nojoto #nojotowriters #hindipoems #hindipoetry#kavishala #satyaprem sir #rainyseasons