मुझे मिलने की ख्वाहिश की वो चमक तेरी उन जानदार आँखों में ही हमेशा-हमेशा को ढाप चुकी तुम्हारी इन बेजान पलकों से नुमायाँ करने को फिर से क्या तुम कहोगी एक बार ? सिर्फ एक बार... तुमने तो, तब भी नहीं, कहा कुछ मुझसे... ( जीत जाने की अपनी उम्मीदों के दम पर ही फ़क़त लड़ती रही सांसों की जद्दोजहद से निरा अकेली...) #वो_आख़िरी_मुलाकात ! @manas_pratyay ©river_of_thoughts #wo_aakhiri_mulaqaat © Ratan Kumar #Heartbeat