Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुसिक़ी की कसम, तेरे बग़ैर ज़िंदगी हमारी बेहद बेसु

मुसिक़ी की कसम, तेरे बग़ैर ज़िंदगी हमारी बेहद बेसुरी है, 
सांसों को धुन बनाने के लिए एक साज़ ए शोख़ ज़रूरी है!

(साज़ ए शोख़ - सुरीला वाद्ययंत्र)

©Shubhro K
  #04Aug2022
shubhrokdedas6046

Shubhro K

Silver Star
New Creator

#04Aug2022

246 Views