तेरी यारी ~ मेरी कमाई 🌸 // अनुशिर्षक में पढ़ें वक़्त की ताबीज़ ने एक यार से मिलाया है तारीफ़ों में जिसकी, सुबह ने चाँद-तारों को भी बुलाया है बातों में उसकी मुस्कुराहट की फुहार है गमों के मौसम में भी राहत भड़ी बरसात है सुकून का दरिया है दिल के हर राज़ खोलने का जरिया है किस्सों की दुकान है हाँ, हाँ, वही एक्सप्रेशन क्वीन - वो ही तो मेरी जान है