https://nishsnik.blogspot.com/2019/10/blog-post_4.html ''हाय! आपदा,हाय-हाय प्रबंधक'' चलों सरकार को सब मिलकर कहते है सिर्फ मुआवजा जान की कीमत हो नही सकता नेताजी ये आपके कुकर्मों को धो नही सकता करवाना चाहिए जब आपको काम आपने किया अपनी कोठियों में आराम