वक्त बंजारे सा है, ठहरा कहां है आज यहां कल वहा, रुका कहां है वक्त बंजारे सा, बंजारा वक्त सा है ना वक्त ठहरा सा है, ना बंजारा ठहरा सा है Ashvini_saini ©ashvini saini #वक्त #बंजारा #shayri #Poetry #कविता #Love #Dil #ashvinisaini #stay_home_stay_safe