अजी दिल टूटते है, तब जाकर कोई शायर बनता है, और इस बेरहम दुनिया मे इंसान दिलजले शायरों में भी अपना फायदा देखते, कितनी उम्मीद से कोई शायर शायरी पढ़ता होगा, ओर यहां महफ़िल की मुफ्तखोरी बेहयाई देखिए कि कोई टमाटर भी नही फेंकते #yqbhaijan #yqdidi #मौजमस्ती #शायरोंकीमहफिल