*सोचने वाली बात है* वंश को आगे बढ़ाने के लिए संतान जरूरी है और आजकल पियक्कड़ और ऐयाश संतान प्रायःहर घर में है.लड़का-लड़की,दोनों ही ऐबी हो रहे हैं । ऐसी संतति घर का और देश का दोनों का बंटाढार करने के लिए पर्याप्त है । ऐसी संतान पैदा करके लोग कौन सा तीर मार रहे हैं ,, इससे तो बे औलाद वो लोग हैं जो अपने नाम को ऐसा रोशन कर गए ,,कि मरने के बाद भी पुज रहे हैं ,लोग उनकी मिसालें देते हैं ,, जैसे स्वामी विवेकानंद , चंद्र शेखर आजाद, मदर टेरेसा , पूत जनों तो ऐसे वरना निपूते रहो .!! *बच्चे पैदा करना और बच्चे गुणवान बनाना दोनों में बड़ा फर्क है* ।.आजकल अधिकांश लड़कियां घर से भाग रहीं हैं , लड़के दुष्कर्म कर रहे हैं.या ड्रिंक कर रहे हैं ।.लायक संतान के लाले पड़े हैं । कारण माता-पिता भी दूध के धुले नहीं हैं ,संस्कारी नहीं हैं । *यानी जमीन भी ग़लत ,बीज भी ग़लत तो फसल कैसे सही होगी ??* लेखिका/कवयित्री-प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान © सागर मध्यप्रदेश ( 26 नवंबर 2022 ) ©Pratibha Dwivedi urf muskan #सोचनेवालीबातहै #प्रतिभा #प्रतिभाउवाच #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कान© #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कानकीकलमसे #नोजोटोहिंदी #feelings Ayushi Agrawal