ख्वाबों में आकर यूं ही, चले जाना अच्छा था ! ना तड़प दिल की बढ़ाते, आंख चुराना अच्छा था !! मिली जो इक नज़र तुमसे, भूल गया अपने आप को ! हुआ सवार इश्क की कश्ती में, डूब जाना अच्छा था !! रास्ते एक हैं हम दोनों के, बस दिशायें बदली हैं ! होगी मुलाकात फिर तुमसे, लौट जाना अच्छा था !! इस इश्क में मेरे सवाल मैं था, तो जबाव तुम थे ! फिर इस सवाल का, जबाव धूंढ़ लाना अच्छा था !! #RavindraGangwar #RavindraKumar #RavindraManav #Love #Nojoto #HindiPoetry #Poetry #Kavishala #Ishq ख्वाबों में आकर यूं ही, चले जाना अच्छा था ! ना तड़प दिल की बढ़ाते, आंख चुराना अच्छा था !! मिली जो इक नज़र तुमसे, भूल गया अपने आप को ! हुआ सवार इश्क की कश्ती में, डूब जाना अच्छा था !!