किस रंग से लिखूं देश आज किस रंग से लिखूं तेज़ आज ये अवां समय की दहक रही पक सके यदि विवेक आज सूरज की सीमा में आश्वस्त लहरे माटी का उद्वेग आज स्वतंत्र राष्ट्र का ये स्वराज जग उठे यदि सचेष्ट आज सीमाओं की भाषा से ऊपर विकसे धरती का नेह आज आस्था जागे इतिहास प्रबुद्ध हर हृदय में धड़के देश काश श्रम सुख पाए उत्पादन में मिट जाए जड़ से बंदरबांट आंखों में लहराए परचम माथे पे चमके देश काश #toyou #mylove #mynation #yqindependence #yqazadi #yqrights #yqlove