हम सब मोहरे वक्त के हिसाब के , कौन राजा कौन वजीर खेल है , शह ओर मात के आज को जी ले आज को ही हँसले कल को किसने देखा जिन घरों को यकीन था, पक्का होने का वो हो गए तिनका तिनका। #हम सब #मोहरे #वक्त के #हिसाब के