["एक दीया"] " अंधकार में पनपती है लाखों दुष्कर्मओं की जड़ें इसी अंधकार में एक दिये की ज्वाला, जलाकर राख कर देती है इनकी जड़े" " घना अंधेरा हवा देता है हर बुराइयों को प्रकाश की एक किरण मिटा कर रख देती है इन बुराइयों को" " अंधकार में हावी होती है हर बुरी शक्तियां जलाएं दीपको की ज्योति मिटा कर रख दे हर बुरी शक्तियां" " लाया है समय हमारे ही कर्मों के साये का घना अंधेरा हमें देनी है अपने कर्मों के साये की आहुति ज्वाला को" " हराना है इस घनघोर अंधकार को मिलकर दीप जलाना है ,मौका है फिर दिखाने एकता को" " लड़ना है हमें दीपकों को मशालें बना कर हर एक दीपक की ज्योति मिल उठ खड़ी होगी, मशालें बनकर" " फिर होकर एकजुट हिंदुस्तान बनाए मिलकर उज्ज्वल हिंदुस्तान" " जिस प्रकार धर्म जात नहीं देखता अंधकार विभिन्न दीपक ओं की निकलती ज्योति समान है हर अंधकार में" [" हर दीपक से निकलती ज्वाला का सामान सहयोग है इस अंधेरे में एक दीपक की भतिँ हर इंसान का एक सामान सहयोग होगा इस घने अंधेरे को मिटाने में"] By-Lata Sahu #आओ_मिल_फिर_दीया_जलाएं #Salute_of_The_Day🔥