White मेरे घर में तमाम रौनक हो काश आए हवा मदीने की मैं भी देखू वो गुंबदे खजरा काश हाजरी हो वहा कमीने की तब यकीनन शिफा मिलेगी मुझे काश मिले मुझको दवा मदीने की मेरे आका करम इधर भी हो मैं भी देखूं फिज़ा मदीने की मैं हु बीमार एक मुद्दत से मुझको देदो शिफा मदीने की मैं भी महकू तमाम आलम में खुशबू देदो ज़रा पसीने की ©Shoheb alam shayar jaipuri #eid_mubarak शायरी