रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है चॉंद पागल है अंधेरे में निकल पड़ता है।(R) -2 हवाएं चाहती ही है कि , बुझा दे इस चिराग को, चिराग है कि, तूफानों में भी जल पड़ता है।(C) ©चौधरी अमित वर्मा 💪💪💪 #Motivatuonal #Motivation #Motivation #Love #rahatindori #shayri #Like #follow