कोई बहुत बिखरा हुआ रहता है हर पल और सिमटा हुआ सा दिखता है हर पल वो सोचता है सिमटने को, बचता है बिखरने को, फिर भी लोग जिंदगी की आँधी में बिखर जाते है कोई न हो तो खुद ,खुद को संभालकर सिमट जाते है #बिखरने से सिमटने तक का समझौता