ज़िंदगी से शिकायत जस्बात दे तो दिए, पर उन्हें समझाना भुल गई। ऐ जिंदगी तू हसिन तो बहौत हैं, पर तूझसे शिकायत भी बहौत है। वक्त तो बेशुमार दिया, पर किसै कितना दे ये बताना भुल गई। मंज़िल बता तो दी, पर रास्ता बताना भुल गई। ख़्वाब तो बहौत दिखाए, पर हकीकत बताना भुल गई। लोगो से मिलवा तो दिया, पर उनका किरदार बताना भुल गई। सिखाया तो तुने बहौत है, यादे भी बहौत दी है, पर दर्द भुलाए कैसे, या बताना भूल गई। ऐ जिंदगी तू हसिन तो बहौत हैं, पर तूझसे शिकायत भी बहौत है। #sss #sssdairies #yqbaba #yqhindi #zindagi #poem #yqdidi