।। विचार कार्णिका ।। तुम द्रोह करते देश से, तनिक नहीं है लाज। देश धर्म की बात से, सिद्ध करते निज काज।। हे धूर्त सत्ताधीरों और देश,समाज,धर्म,संस्कृति के नाम पर आडंबर करने वालो तुम भी एक घोर राष्ट्र विरोधी हो राष्ट्र के लिए घातक हो तुम अपने निर्मित स्व अहंकार में जीने वाले तुम लोग भी किसी धनानंद और अंगिराज से कम नहीं हो जो स्वयं के झूठे स्वार्थ और आडंबर भी इस देश के लिए एक भयंकर घातक और व्यापक रोग सिद्ध होगा, यदि समय रहते नहीं संभले तो फिर कोई चाणक्य चंद्रगुप्त को और कोई समर्थ गुरु रामदास शिवा को, विरजानंद दयानंद और कोई तेगबहादुर गुरु गोविंद जैसे राष्ट्र पुत्र को पुनः अपना स्थान देकर के तुम्हारे विषय को परिवर्तन करेगें इसलिए तुम समय रहते अपना मूल्यांकन करो और अपने आप को कथनी के अनुसार सिद्ध करो। क्योंकि ये राष्ट्र रूपी भगवान सब देख और समझ रहा है किसी भ्रम में ना रहे उचित समय आने वह अपना निर्णय सुना देगा। 😡😡😡 योगेश कुमार मिश्र"योगी" ©Yogesh Kumar Mishra"yogi #जयतु_भारत #वंदे_मातरम् #राष्ट्र_योगी