ना पहले बदला था ना आज बदला है जानती हूँ मैं आज इस शहर की हर गली हर कूचे को पहचानती हूँ माना आज नहीं सुनाई देते पक्षियों के गानों के तान पर अपनी खामोशी को समेट कर वो बैठे है यहीं कहीं छुप कर यह वही बात हैं जो और ना मानें पर मैं मानती हूँ हाँ बदल रहा हैं मेरा शहर ,मैं जानती हूँ कभी बचपन में मेरा ही परिचय कराया था यह कह कर यह छोटू है और वो बड़ा और आज सब उन्हें बूढ़ा पेड़ कहते हैं यहीं बदलाव की सीढ़ी है ,मैं मानती हूँ हाँ बदल रहा हैं मेरा शहर ,मैं जानती हूँ #MeraShehar #nojotohindi #nojoto #कलरव #बदलाव