मैं दोस्ती तो कर लूं तुझसे मगर दोस्ती का सलीका, हर कोई जानता नही बड़ी बेढंगी सी दोस्ती है मेरी तुझसे लड़ने के बाद रोने के लिए कंधा तेरा ही चाहिए वजह दुख की हो या खुशी की साथ तेरा ही चाहिए बातें निर्रथक हो या मुझमे कोई दार्शनिक जगा हो सुनना तो तुझे ही चाहिए मुझसे दोस्ती करने के लिए सब्र की कितनी दरकार होगी ये सलीका भी तुझे सीख लेना चाहिए 'सलीक़ा चाहिए' कुछ ऐसे काम जो देखने में बहुत बे ढंगे लगते हैं मगर उन के करने में भी सलीक़ा दरकार होता है। कुछ ऐसे ही काम जिन्हें करते हुए आप ने ऐसा महसूस किया हो। Collab करें YQ Bhaijan के साथ। #saleeqachahiye