आज 2 अक्टूबर है मतलब गांधी जयंती,आज के दिन पूरे देश में पूरे हर्ष उल्लास के साथ इस दिन को पर्व की तरह मनाया जाता है,सरकार गांधी जी की प्रतिमा पर फूल माला पहनाती है और छाती चौड़ी कर के ख़ुद को गांधी का सबसे बड़ा हमनवा बताती है,चलिये अच्छा है, वैसे भी अभी गांधी के विचारों को अपनाने की आवश्यकता है,लेकिन रुकिए, गांधी जी को याद तो सभी करते हैं,लेकिन किया आपको पता है के गांधी को महात्मा बनाने में किस व्यक्ति का अहम् योगदान है? कौन था वह जिसने करमचंद की जीवन बचायी? कौन था वह साहसी इंसान जिसने अंग्रेजों के आगे घुटने नहीं टेके? जी हाँ मैं बात कर रहा हूँ #बत्तख़_मियां की, तो मेरा सवाल है के किया ऐसे ही सम्मान के हक़दार यह व्यक्ति नहीं है? किया यही मान सम्मान इन्हें भी प्राप्त होता ह? किया सरकार इनकी जयंती वैसे ही मनाती है जैसे बापू की मनाई जाती है? अगर नहीं तो फिर गांधी जी की जयंती का ढकोसला बंद कीजिये, कियूं के गांधी जी पर यह एहसान है उस इंसान का, और रहती दुनिया तक यह एहसान रहेगा,अगर सरकार सच में गांधी जी को सम्मान देना चाहती है तो इनकी जान बचाने वाले #बत्तख़_मियां को भी सम्मान दिया जाए, यही मेरी अपील है, *Khurram Mallic* #gandhi #bapu #mahatma #battakhmiyan #گاندھی #بطخ #میاں