आग़ोश में लेती है शाम जिसको, वो आफ़ताब फरोज़ा तुम हो अर्ज़मन्द रहे ख़ुदग़र्ज़ियाँ तेरी, अरमान अश्फ़ाक बन उस परवरदिगार के रहम से अदा तेरी लिखती कोई अफ़सना तू रहे महफूज़ हमेशा ही अब्द बन के दिल से जो दुआएं निकली हो तेरी हो मुक़्क़मल किसी भी हर्ज़ाने से जिन भी गलियों से गुज़रे तू आबाद हो आहिस्ता से वो घर ज़माना सारा.. Dedicating a #testimonial to Vishal Lakra Wish you a very Happy but belated Happy wala bday Vishal,, 🎂🎂🎂🎂 Sorry Kuku tumhare bday pr YQ pr Nhi thi,, 🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️