एक काफ़िला और निकला है अभी अभी सैकड़ो लोग थे सामिल उसमें भी लोग उसे जनाजा मेरा कह रहे थे उन्हें क्या मालूम वो जनाजा नहीं वो रस्म थी प्यार की जो निभाई हमने भी ©Ankur Mishra #काफ़िला #Hopeless