सब झूठा अभिमान,मिलेगा इक दिन माटी। रावण से इंसान,नही कुछ सीखा पाटी। एक लाख थे पूत,अनेकों जिसके नाती। बचा न कोई पास,करे जो दीवा बाती।। #शार✍🏻 ©@realinsan.deep #RussiaUkraineWar #हिंदीनोजोटो #हिंदी_कविता #शार ✍️ #humantouch