चलो करती हूं कुछ तुम्हारी और मेरी बातें... हां वही कुछ अधूरी बातें... क्या करूं मुझे बातें ही तो करना आता है... कलम और स्याही के जरिए ही सब कहना आता है... तुम्हें तो मालूम है न ... जैसे तुम्हें आंखों से सिर्फ सच कहना आता है... वैसे मुझसे भी कभी अपनी कलम से झूठ नही लिखा जाता है... हां तो कहां थी मैं... ओहो!!! तुम्हें भी ढूंढना पड़ रहा है क्या... अरे वहीं तो हूं तुम्हारे दिल में...तुम्हारे पास... तुम मेरी फिक्र मत करना मैं ठीक ही रहती हूं... अच्छा......... कहीं आइना है तो उसमें देखना जरा... देखा???....दिखा कुछ... वो जो सामने है न उसके चेहरे पर जब सच्ची मुस्कान रहती है तो मैं ठीक ही रहती हूं... तो इसी बात पर उसे दिल से मुस्कुराने को कह देना... और बहुत सी बातें करनी है तुमसे पर अभी रहने देती हूं अनकहा ही... तुम तो ऐसे भी बिना कहे भी अब मेरी सुन ही लेती हो... है ना... हां बस याद है ना .... भूल गई उफ्फ... तुम ना .... अरे!!!! मुस्कुराना था न... जब बात तुम्हारी और मेरी हो तो वो अधूरी भी उतनी ही होती है जितनी पूरी.... That's the beauty of our friendship.... And that is what I miss the most sometimes.... #स्नेह_के_साथी #seemuneha #साथी #friendshipgoals #foreverfriends #yqdidi #yqhindi #yqhindiwriters