फर्क ज़माने का... आज फिर नये पुराने ज़माने की हम दोनों के बीच बहस हो गई, तुम्हारे जमाने से बेहतर हमारा ज़माना हैं,ऐसी उसने बात बताई| बराबर उसी वक्त,वक्त ने भी क्या खूब लीला रचाई, दोनों के भी सामने ज़माने के बीच की दीवार दिखाई| बीच सड़क एक पत्थर पड़ा था,जिसकी किसी को चोट लगनी थी, गुज़र रहे थे सब वहाँ से,पत्थर की किसी को न पड़ी थी| तभी गुजरा वहां से एक नौजवान, ठेंस लगी उसे अपशब्द निकाले चला गया, कुछ ही समय बाद एक बुजुर्ग आया, बिछ सड़क पत्थर देख उसे किनारे कर गया| झगड़ा था हमारा ज़माने के बीच का वो वही थम गया, एक पत्थर ने बताया ज़माना ही नहीं इंसान भी बदल गया| फर्क ज़माने के बीच का... #collabratingwithyourquoteandmine #yqhindiquotes #yqhindi #हिंदी_कोट्स_शायरी #yqdidi #फ़र्क #ज़माने_की_बातें आज फिर नये पुराने ज़माने की हम दोनों के बीच बहस हो गई, तुम्हारे जमाने से बेहतर हमारा ज़माना हैं,ऐसी उसने बात बताई| बराबर उसी वक्त,वक्त ने भी क्या खूब लीला रचाई, दोनों के भी सामने ज़माने के बीच की दीवार दिखाई| बीच सड़क एक पत्थर पड़ा था,जिसकी किसी को चोट लगनी थी,