"हल्की-फुल्की खट्टी-मीठी बातें जिनमें बयाँ होंगी जज़्बातें" मेरी सखा एवं रचयिता "अफ़सूँ" संग लड़का-||इन गेसुओं को जरा खुल कर उड़ने की आजादी तो दीजिए माना कि नीयत-ए-यार कुछ डगमगा जाएगी इन धड़कनों की शोखियों को दिल ना संभाल पाएगी फिर भी, एक ख्वाहिश अपने यार की पूरी करने को इतना जोखिम तो उठा लीजिए|| लड़की-||ज़ीनत में हमारी हम चाहते हुए भी फिलाल तो ये श्रृंगार न कर पाएँगे हमें न पता था हमारे मात्र नयन प्रहार से जनाब आप डर जाएँगे तुम्हें देख जो रोज़ मेरी नियत मे ह्रास होता है उसका हिसाब कौन चुकाएगा? ख़्वाहिश तो हम पूरी कर देंगे पर बाद में हमारे उलझे-उलझे केश कौन सुलझाएगा?|| #yqdidi #yqbaba #decemberdiaries #love #conversation #dilkibaatein #vineetvicky #couplegoals