तेरे वजूद की खुशबू में तर बतर हो के क़लम से पुल बना के लफ्ज़ो की चिनाई कर सारी खलक़त की निगाहे शक़ से बच बच के ख़्याल बन के परवाने तेरे तक आते हैं.... तेरा सूरज सा हुस्न छू के लौट जाते हैं preet lakhi #sunlight #preet_lakhi #nojotoshayari #Nojoto #Hindi #Poetry