शुभ घड़ी आयी है। छाई तरुणाई है। सूरज के अंगना में, बजी शहनाई है। दिन के ये बारजे, देख धूप से सजे, नया रंग ढंग लिए, नयी सुबह आयी है। धन और धान्य बांट, रोग शोक दुःख काट, पीत शीत की न पड़े, कहीं परछाईं है। ठण्ड को समेटने, संकरात आई है। अंजलि राज प्रिय परिवारजनों को मकर संक्रांति, उत्तरायण पर्व, पोंगल, बिहू व अन्य नामों से मनाए जाने वाले इस शुभ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। सूर्य दक्षिण से उत्तर की ओर गमन कर रहा है आज। इस प्रकार सूर्य की किरणों का प्रभाव शरीर एवं मन पर अत्यंत लाभकारी हो जाता है। इस पावन पर्व पर अपने प्रियजनों के नाम शुभकामना सन्देश लिखें। #मकरसंक्रांति #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #अंजलिउवाच #संक्रांति #शुभघडी