#IndiaFightsCorona देख दुर्दशा दुनियाँ की तू देख दुर्दशा दुनियाँ की ये कैसा मन्ज़र आया है खुशिओं से भरी इस दुनियाँ में हर घर में मौत का साया है।।। प्राण वायु की कमी बड़ी है हर दरवाजे मौत खड़ी है लग गले किसी के रो भी ना सके अपनों से ज्यादा लोगों को अपनों से पहले अपनी पडीं है।।। दफन के लिये जगह नहीं सेहरों से ज्यादा कफन बिके हैं जिन्दा लोगों की इस ख्वाबगाह में मन्दिर मस्जिद से ज्यादा मुर्दों से कब्रिस्तान सजे है।।। जो अपना अपना कहते थे आपनो का साथ भी छोड़ दिया गैरों की तो बात ही क्या मैने तो यह भी देखा है अपने जीवन की ललक देख बेटों ने माँ-बाप से मुँह मोड़ लिया ये कैसा मन्ज़र आया है ये कैसा आलम छाया है देख दुर्दशा दुनियाँ की तू देख दुर्दशा दुनियाँ की।।। 🙏🙏🙏 ©अनुज उत्तम 2Lafz Unkahe #covid21 #poem_on_corona #corona #pandemic #MyPoetry #duniya #Instagram #IndiaFightsCorona