इक ख़ामोशी कितना सुकून देती है, मन विचलित हो तो नमी देती है, ख़ुद की आवाजें ही सुनाई देती है, इस शोर-शराबे में भी कितना सुकून देती है।— % & इक ख़ामोशी कितना सुकून देती है, मन विचलित हो तो नमी देती है, ख़ुद की आवाजें ही सुनाई देती है, इस शोर-शराबे में भी कितना सुकून देती है। #alexcollection #alexcollections #alex