मित्र गिनती के रहे अब कौन है, मित्र हित दुखड़े सहे अब कौन है? पूछ ले जो हाल-ए-दिल कुछ प्रेम से, 'मीत तुम मेरे',कहे अब कौन है? जो हटा ले मित्र को भटकाव से, सच्ची धारा में बहे अब कौन है? राय कुछ देता तो,लगती बुरी राय को दिल से गहे अब कौन है? हम 'सरस' ख़ुद के बनें ख़ुद मीत बस, मित्र सँग दिल से नहे अब कौन है? *सतीश तिवारी 'सरस',नरसिंहपुर (म.प्र.) ©सतीश तिवारी 'सरस' #कौन_है