ओढ़े पड़े हैं विदेशी कुसभ्यताओं को क्या ख़ाक आज़ादी पाई है! निभाओ भारतीय संस्कार, करो प्रचार समझो तब आज़ादी आई है! छोड़ स्वदेशी पकड़ी अब भी पूँछ विदेशी क्या ख़ाक आज़ादी पाई है! करो आविष्कार स्वदेशी विकल्प का समझो तब आज़ादी आई है! झाड़ते अब भी अंग्रेज़ी में भारतीय क्या ख़ाक आज़ादी पाई है! बोलो बढ़ाओ अपने देश की भाषा समझो तब ही आज़ादी आई है! स्वदेशी वस्तु एवं भारतीय भाषाएँ अपनाओ, देश बचाओ! #Nojoto #NojotoHindi #NojotoGujrati #NojotoPoetry #NojotoShayri #Independence #LanguageLove #Love #Swadeshi #Hindi #Indianlangauges