तुम राधा के प्रेम जेसी हो प्रिय, जो अनंत हे तुम कृष्णा की बसुरी की धुन जेसी हो, जो हमेशा मेरे कानो मे सुनायी देती हे तुम चांद की रोशनी हो, हमेशा जो सिर्फ़ रौशन ही करती हे तुम मेरे दिल❣ की धड़कन हो, जो मेरे जाने के साथ ही, बंद होगी। ✍✍ प्रिय आकाश 👉हर किसी का प्रेम राधा-कृष्ण जेसा हो जाये.... कुछ एसा हो जाये.....