#Shringaar चल मैं तेरी परछाईं की परछाईं बन जाता हूँ जहाँ जहाँ जाये तू वहां साथ चला आता हूँ मुझे रहना था तेरे दामन में इक साये की तरह इसीलिये कभी दुपट्टा तो कभी घूंघट बन जाता हूँ छम छम मैं तेरे पैरों की पायल बन जाता हूँ खनन खन चूडी बन तेरे हाथों में खनक जाता हूँ कर ले जो श्रृंगार मेरा उपकार ये तेरा हो जाये कभी काजल कभी लाली कभी बिंदियाँ बन जाता हूँ #ehsaas#yqdidi#yqbaba#yqtales