मत धुंधलाओ किसी स्त्री के स्त्रैण को, मत छिनो उनके सुकून, शांति, सुख, चैन को, मत अजमाओ पौरुष अपना ऐ पुरुष, इन बेचारी, निर्बल,अबला के इञ्च पे, सुधर जाओ, सम्हल जाओ, बदल जाओ, दुष्कर्मियों।। क्योंकि जिस दिन स्त्री का स्त्रैण खौला, तांडव होगा तुम्हारे जीवन में, पुरुष तुम्हारा पौरुष भी शिथिल हो जाएगा, क्योंकि जब-जब नपाक पाप फैला है। कोइ स्त्रैण का ही रूप उसे धरातल में धकेला है।। #नारीशक्ति #नारी_सम्मान #नारी_दिवस #yqdidi #yqbaba