न जाने कैसे इम्तिहान है अपने ये आजकल, मुकद्दर, मोहब्बत और दोस्त तीनों नाराज रहते हैं........ दर्द होता है यार,पर हवाएँ कहती हैं..... नाराजियों का शोक मनाओ मेरे हुजूर, निकले हो सही रास्ते पर अब मेरे हुजूर! #अकेला और बेबस मैं अकेला चलता रहा..... #अकेला_और_बेबस #कविशाला